पूजो की समृद्धि की शक्ति को उन्मुक्त करें।
पूजो की समृद्धि की शक्ति को उन्मुक्त करें
पूजो एक छोटे से गांव में जन्मे और पले बड़े हुए थे। उनके पिता एक साधारण किसान थे जो अपने खेतों में मेहनत करके अपने परिवार को पालते थे। पूजो की माता जी घर के कामों में लगी रहती थी और उनके चार बच्चों की देखभाल करती थी।
पूजो की बचपन से ही एक अद्भुत रुचि थी – वे खेतों में खेलने के बजाय पेड़ों के नीचे बैठकर पुस्तकें पढ़ना पसंद करते थे। उनकी जिज्ञासा और अध्ययन की भावना उन्हें अन्य बच्चों से अलग बनाती थी।
जब पूजो कक्षा 10 में थे, तो उनके गांव में एक शिक्षक आये और उन्हें एक पुस्तक दी – “अमीर बनने के रहस्य”। यह पुस्तक पूजो के जीवन को पूरी तरह से बदल दिया। उन्होंने इस पुस्तक को पढ़ा और उसमें दिए गए सिद्धांतों को अपनाया।
पूजो ने अपने जीवन का लक्ष्य बनाया कि वे अमीर बनेंगे और अपने परिवार को सुखी बनाएंगे। उन्होंने अपनी पढ़ाई में ध्यान दिया और अच्छे अंक प्राप्त किए। उन्होंने अपने गांव से दूर शहर में अध्ययन करने का निर्णय लिया।
शहर में पूजो ने एक अच्छी कॉलेज में प्रवेश लिया और वहां अपनी पढ़ाई जारी रखी। उन्होंने अपने लक्ष्य के प्रति संयम बनाए रखा और अपने अध